लेखनी प्रतियोगिता -25-Jul-2023 तेरे निशान "

1 भाग

128 बार पढा गया

16 पसंद किया गया

     "तेरे निशान" निशाँ उसके होने के मैं सबको यूँहीं दिखाती नहीं।  वो हो कभी नजदीक तो फलसफ़ा मोहब्बत का सुनाती नहीं।।  रहा चलते चुभ जाएं जो कांटा कभी पैर ...

×